2 मिनट में बंद - विशेष संवाददाता, नई दिल्ली: रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने दावा किया है कि अवैध सॉफ्टवेयर के जरिए टिकट बुक कराने वालों का पूरी तरह सफाया हो चुका हैआरपीएफ के डीजी अरूण कुमार ने कहा है कि दिसंबर, 2019 से अब तक 59 एजेंटों को गिरफ्तार किया गया है। अवैध सॉफ्टवेयर पर लगाम लगने से अब यात्री अधिक संख्या में तत्काल टिकट बुक करा सकेंगे। उन्होंने बताया कि अवैध सॉफ्टवेयर की वजह सेसॉफ्टवेयर की वजह से तत्काल टिकट बकिंग कराने के लिए वेबसाइट एक या दो मिनट में ही बंद हो जाती थी, लेकिन अब 18 मिनट तक खुली रहेगी। उन्होंने बताया कि अवैध एजेंटों की गिरफ्तारियों के साथ ही अधिकतर अवैध सॉफ्टवेयरों को ब्लॉक कर दिया गया है जो सालाना 50 करोड़ -100 करोड़ रुपये का बंद नहीं होगी' कारोबार करते थे। हाल ही में जयंत पोद्दार ऊर्फ राजू पोद्दार को कोलकत्ता से गिरफ्तार किया गया है। जिसका बांग्लादेश के जमात उल मुजाहिद्दीन के संपर्क में था। पोद्दार मोबाइल वॉलेट के जरिए पैसा ट्रांसफर करता था। ये एजेंट एएनएमस और मैक ट्रांसफर करता था। ये एजेंट एएनएमस और मैक अवैध सॉफ्टवेयर के जरिए तत्काल टिकट कुछ ही सेंकेंड में बुक करते थे। इन अवैध सॉफ्टवेयर को अब ब्लॉक कर दिया गया है। बाजार में कुछ नए साफ्टवेयर एन नए साफ्टवेयर एन गेट, जगुआवर, साइकल और स्टार वी ट जैसे आए हैं जो काम नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि आरपीएफ अब ऐसी तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है। जिसमें अवैध साफ्टवेयर नहीं चल पा रहे हैं। बाजार में ये साफ्टवेयर प्रति घंटे 3 से 4 हजार में खरीदे जा रहे हैं, लेकिन अब काम नहीं कर पा रहे हैं